रंगों का पर्व होली को अब चंद दिन शेष बचे हैं। ऐसे में खाद्य तेलों के साथ मैदा, सूजी व चीनी की डिमांड भी बढ़ गई है। यूक्रेन युद्ध के बीच जहां खाद्य तेलों में उछाल आया वहीं गेहूं के दाम बढ़ने से सूजी, मैदा व चीनी के दाम भी बढ़ गए हैं। ऐसे में रंगों के पर्व पर मिठास बढ़ाने व गुझिया खाने के लिए लोगों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी।


होली पर गुझिया सबसे खास पकवान होता है। ऐसे में होली से पहले ही घर-घर गुझिया बनने लगती है। लेकिन इस वर्ष अचानक बढ़ी महंगाई इस मिठास को फीकी करने में जुटी है। पर्व के पहले बाजारों में मावा, बादाम, किशमिश चीनी, मैदा के दाम अचानक बढ़ गए। बढ़ती महंगाई तथा माह के अंत में होली का पर्व पड़ जाने से रस्म के नाम पर गुझिया घरों में बनायी जा रही है।

ऐसे में आम आदमी की जेब ढीली हो रही है। 15 दिन पहले मैदा, सूजी, चीनी के साथ मेवा, चिरौंजी, बादाम, काजू के दाम कम थे। होली के पहले मेवा, सूजी मैदा के दाम अचानक बढ़ गए हैं। बढ़ती महंगाई से लोगों की कमर टूट गयी है।

बाजार में काजू 700-750 रुपये प्रति किलोग्राम, पिस्ता 2200 रुपये प्रति किलोग्राम, किशमिश 280 रुपये प्रति किलोग्राम, अखरोट 1100 रुपये प्रति किलोग्राम, बादाम 650 रुपये प्रति किलोग्राम, चिरौंजी 1250 रुपये प्रति किलोग्राम, खरबूजे की गिरी 450 रुपये प्रति किलोग्राम, गरी का गोला 240 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसके अलावा चीनी 38 रुपये से बढ़ कर 40 रुपये प्रति किलोग्राम, मैदा 24 रुपये से 26 रुपये प्रति किलोग्राम, सूजी 26 रुपये से बढ़कर 28 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

महंगाई ने बढ़ाई चिंता

गृहणी शशि शुक्ला का कहना है कि होली के पर्व पर पकवानों में गुझिया नहीं हो तो होली की मजा ही नहीं है। यदि कोई मेहमान घर पर आता है तो वह पहले गुझिया को उठाकर चखता है। काजू, बादाम, किशमिश के साथ ही मैदा, सूजी के दाम इतने बढ़ गए हैं कि गुझिया बनाने को सोचना पड़ रहा है।

पर्व पर फीकी होगी मिठास

उमापुर गाना पट्टी की गंगोत्री तिवारी का कहना है कि मेवा, सूजी व मावा के दाम आसमान छू रहे हैं। बढ़ती महंगाई के बीच होली का पर्व पड़ जाने से आम गृहस्थ गुझिया बनाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। इस बार लोग मेहमान को ध्यान में रखते हुए लोग गुझिया बना रहे हैं।

मुश्किल हुआ रसोई संभालना

गृहणी विमला तिवारी ने कहा कि होली का पर्व माह के आखिरी में पड़ जाने तथा बढ़ती महंगाई के कारण लोगों की जेब ढीली हो गई है। होली का पर्व लोग रस्म अदायगी के रूप में मना रहे हैं। इस महंगाई में गरीब के लिए गुझिया बनाना मुश्किल होगा।

गेहूं के दाम बढ़ने से बढ़ी महंगाई

किराना व्यवसायी प्रदीप कुमार ने बताया कि गेहूं के दाम में तेजी आने से सूजी मैदा के दाम बढ़े हैं। बाजार में फुटकर में मैदा 26 रुपये किलोग्राम, सूजी 28 रुपये प्रति किलोग्राम व चीनी 40 रुपये किलोग्राम हो गई है।

कम हुई बिक्री

दुकानदार रामकुमार ने बताया कि आज से दस दिन पहले मेवा, बादाम, काजू, किशमिश व गरी के गोला का दाम कम था। लेकिन इधर चार दिन में बीस से तीस रुपये प्रति किलो के दर से दाम बढ़े हैं। होली का पर्व आखिरी सप्ताह में पड़ जाने से बाजार में पहले जैसे बिक्री नहीं है। लोग पर्व को ध्यान में रखते हुए नाम मात्र भर की खरीदारी कर रहे हैं।