आमलकी के दिन फाल्गुन शुक्ल पक्ष की उदया तिथि एकादशी और सोमवार का दिन है।  एकादशी तिथि आज दोपहर 12 बजकर 5 मिनट तक रहेगी, उसके बाद द्वादशी तिथि लग जायेगी। आमलकी एकादशी  के दिन भगवान विष्णु के साथ आंवले के वृक्ष की पूजा का विधान है। दरअसल आंवले का एक नाम आमलकी भी है और इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा के चलते ही इस एकादशी को आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है। 



आमलकी एकादशी के दिन भगवान को हल्दी, तेल चढ़ाई जाती है साथ भगवान जी के चरणों में अबीर-गुलाल चढ़ाया जाता है। फिर शाम के समय भगवान की रजत मूर्ति, यानी चांदी की मूर्ति को पालकी में बिठाकर बड़े ही भव्य तरीके से रथयात्रा निकाली जाती है। पूरे साल पड़ने वाली एकादशी में यह एकादशी काफी खास मानी जाती है। 

आमलकी एकादशी के दिन करें ये चीजें

  1. आमलकी एकादशी के दिन आंवले का वृक्ष लगाने के साथ-साथ इसे पूरे एक महीने तक देखभाल करनी चाहिए। ऐसा करने से बिजनेस संबंधी काम में सफलता मिलती है। 
  2. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आमलकी एकादशी के दिन आंवले का खास महत्व होता है। इस दिन भगवान विष्णु को आंवला जरूर अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।   
  3. यदि आप जिन्दगी के नए आयाम स्थापित करना चाहते हैं तो इस दिन 21 ताजा पीले फूल लेकर उनकी माला बना लें फिर इसे भगवान को अर्पित करें। इसके साथ ही भगवान को खोए की मिठाई का भोग जरूर लगाएं। ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं साथ ही उनके जीवन में हर कार्य में सफलता मिलती है।  
  4. अगर आप  मनचाहा साथी पाना चाहते हैं तो इस दिन विधि-पूर्वक भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें आंवले का फल अर्पित करें।
  5. अगर आप जीवन में ऐश्वर्य पाना चाहते हैं तो आमलकी एकादशी के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद श्री विष्णु भगवान की विधि-विधान से पूजा करें और भगवान को एकाक्षी नारियल अर्पित करें। फिर पूजा के बाद भगवान को चढ़ाए एकाक्षी नारियल को एक पीले रंग के कपड़े में बांधकर उसे संभालकर अपने पास रख लें।
  6. यदि ऑफिस में आपके विपरीत कोई स्थिति बन गई है, तो इस दिन आपको आंवले के पेड़ में जल चढ़ाना चाहिए साथ ही आंवले की जड़ की थोड़ी-सी मिट्टी लेकर माथे पर तिलक लगाना चाहिए।
  7. अगर आप अपने काम का दोगुना लाभ पाना चाहते हैं, तो इस दिन आपको आंवले के पेड़ को या उसके फल को स्पर्श करके प्रणाम करना चाहिए।
  8. अगर आप अपने जीवनसाथी की कोई इच्छा पूरी करना चाहते हैं तो आमलकी एकादशी के दिन आपको आंवले के पेड़ के तने पर सात बार सूत का धागा लपेटना चाहिए और पेड़ के पास घी का दीपक जलाना चाहिए।