चारों तरफ खून ही खून और कटे हुए थे चार बच्चों के टुकड़े, जिस ने भी देखा उसका कलेजा मुंह को आ गया। सभी की जुबान पर सिर्फ एक ही प्रश्न था कि कौन इतना निर्दयी हो गया जिसके बच्चों को इस कदर काटते हुए हाथ नहीं कांपे । सबसे बड़ी बात तो यह थी इन बच्चों के माता पिता भी बाहर काम के लिए गए हुए थे जब पीछे से ये वारदात हुई।
महाराष्ट्र के जलगांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां बीती रात को एक ही परिवार के चार नाबालिग बच्चों को एक अज्ञात व्यक्ति ने कुल्हाड़ी से काट डाला। बताया जाता है कि बच्चों के माता-पिता घर पर मौजूद नहीं थे और यह परिवार मध्य प्रदेश से जलगांव में काम करने के लिए आया था। जलगांव के बोरखेड़ा गांव में मुस्तफा नाम के व्यक्ति के यहां यह परिवार खेती करता था।
जलगांव के रावेर तहसील के बोरखेड़ा गांव में हुए इस दिल दहला देने वाले हत्याकांड ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। बोरखेड़ा गांव के खेत में सुबह-सुबह मिले इन चार बच्चों के शव से पूरे गांव में गुस्से और शोक का माहौल है।
मध्य प्रदेश से नौकरी की तलाश में यह परिवार महाराष्ट्र के जलगांव में आया था। महताब और उसकी पत्नी रूमली बाई भिलाला बोरखेड़ा गांव के ही मुस्तफा नाम के व्यक्ति के यहां खेती कर जीवनयापन करते हैं। महताब और उसकी पत्नी मध्य प्रदेश के गढ़ी इलाके के रहने वाले हैं।
यह दंपती अपने चार बच्चों के साथ मिलकर जलगांव में ही खेती किसानी का काम बीते साल भर से कर रहे थे। फिलहाल किसी काम की वजह से पति पत्नी बच्चों को जलगांव में घर पर ही छोड़ कर उनके गांव मध्य प्रदेश गए हुए थे। इस दौरान घर पर बच्चे अकेले थे। मरने वालों में 12 साल की लड़की सईता, 11 साल का रावल, 8 साल का अनिल और 3 साल की सुमन नाम की मासूम बच्ची है। इन चारों बच्चों का शव, मालिक मुस्तफा के खेत में पाया गया है।
पुलिस को शुरुआती जांच में यह पता चला है कि इन चारों बच्चों की हत्या कुल्हाड़ी से काटकर की गई है। पुलिस को शक है कि चारों हत्याओं में एक ही कुल्हाड़ी का इस्तेमाल किया गया। फिलहाल पूरे इलाके को पुलिस ने सील कर दिया है और सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। यह हत्याकांड शहर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर अंजाम दिया गया है।