मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अशोकनगर (AshokNagar) जिले से एक रौंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां 3 दिन के नवजात बच्चे को जिंदा दफना दिया गया. लेकिन पास में ही खेत में काम कर रहे कुछ ग्रामीणों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो उन्होंने नवजात को बचा लिया. उन्होंने मौके पर कपड़े पड़े देखे तो आशंका हुई. इसी बीच, मिट्टी के अंदर से बच्चे की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद उन्होंने सावधानीपूर्वक मिट्टी को हटाया तो उसमें से एक जिंदा बच्चा देखा. जिसके बाद बच्चे को प्राथमिक इलाज दिया गया और फिर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.

MP: अशोकनगर में 3 दिन के नवजात बच्चे को जिंदा दफनाया, एक चमत्कार से बच गई नन्हीं जान; केस दर्ज

दरअसल, ये मामला अशोकनगर जिले में मुंगावली इलाके का है. पुलिस अधिकारी के मुताबिक झांगरचक गांव के पास गुरुवार दोपहर में बोरवेल खनन हो रहा था. इस दौरान खनन करने वालों की नजर कुछ दूर खोदी गई मिट्टी पर पड़ी. पास जाकर देखा तो वहां कुछ कपड़े दिखाई दिए. इसके बाद वहां से रोने की आवाजें सुनाई दीं. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने मिट्टी हटाकर देखा तो एक नवजात थैली में लिपटा मिला. मिट्टी से बाहर निकलते ही नवजात जोर-जोर से बच्चा रोने लगा. ऐसे में गांव वालों को सूचना मिली तो भीड़ उमड़ पड़ी. इसके बाद स्थानीय गांव वालों ने नवजात को मुंगावली अस्पताल पहुंचाया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद नवजात को जिला अस्पताल रेफर कर दिया. वहीं, डॉक्टरों के अनुसार ये बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है. फिलहाल नवजात महज 3 दिन का है.

पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज की FIR

बता दें कि नवजात को जिंदा दफनाने के मामले में पुलिस ने एक्शन में आई. पुलिस अधिकारी ने कहा कि अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. हालांकि पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थानीय गांव वालों से पूछताछ भी की, जिससे उनके गांव और आसपास के इलाके में डिलीवरी होने की जानकारी मिल सके. हालांकि इस मामले में पुलिस का कहना था कि ये पता किया जा रहा है कि इस इलाके में किन महिलाओं की डिलीवरी होनी थी. फिलहाल पुलिस इलाके के आसपास दाई का काम करने वाली महिलाओं से भी पूछताछ में जुटी हुई है.

मिट्टी के नीचे से आ रही थी रोने की आवाज- ग्रामीण

गौरतलब है कि स्थानीय गांव वालों के अनुसार नवजात को देखकर हर कोई हैरान रह गया था. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था. जहां पास में पड़ी सीमेंट की खाली बोरी खेत की मेड पर बिछाई और नवजात को उसी पर लेटा दिया गया. लगभग 1 घंटे तक नवजात खुले में रोता रहा. जानकारी फैलने पर घटनास्थल पर गांव वालों की भीड़ लग गई.

केस दर्ज कर शुरू की गई आरोपी की तलाश- थाना प्रभारी

इस मामले में थाना प्रभारी ने बताया कि नवजात करीब 2 से 3 दिन का है. फिलहाल, पूरी तरह से स्वस्थ है. उसे दफनाने वाले का पता किया जा रहा है. शुरुआती इलाज के बाद बाकी जांच के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 317 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है.

बीते दिनों झारखंड के RIIMS में दुधमुंहे बच्चे को छोड़कर भाग गई थी मां

बीते कुछ दिन पहले ही झारखंड के रिम्स में एक मां अपने दुधमुंहे बच्चे को छोड़कर भाग गई थी. बताया जा रहा है कि बच्चा जन्म से ओसिपिटल मेनिनजो इंसेफालोसिल नामक बीमारी से पीड़ित था. इस बीमारी में सिर के पीछे का भाग बाहर निकलकर एक थैली की तरह बन जाता है और यह दो सिर की तरह दिखाई देता है. इस बीमारी से यह हिस्सा ब्रेन और स्किन से भी जुड़ा रहता है.