छतरपुर: छतरपुर (Chhatarpur) ऑनलाइन गेम फ्री फायर (online game free fire)  में 40 हजार रुपए हारने के बाद 13 साल के कृष्णा पांडे की आत्महत्या  (13 year old boy hanged) के मामले में सिविल लाइन पुलिस ने गेम के संचालक के खिलाफ नाबालिग को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज कर लिया है. बता दें कि बच्चे का सुसाइड नोट, परिजनों के बयान और बैंक खातों व ऑडियो क्लिप के आधार पर पुलिस ने कंपनी के अज्ञात संचालक के खिलाफ केस दर्ज किया है.

ऑनलाइन गेम फ्री फायर के संचालक पर केस दर्ज, 13 साल के बच्चे ने की थी आत्महत्या

जानकारी के मुताबिक गेम खेलते समय यह सभी लोग आपस मे बात कर सकते है. जिससे फ्री फायर खिलाने वाला इस बच्चे को पैसे डालने का दबाब बनाते थे. 

धारा 305 के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने इस मामले में धारा 305 के तहत हुआ मामला दर्ज किया है. धारा के अंतर्गत यदि कोई नाबालिग आत्महत्या कर ले तो जो भी कोई ऐसी आत्महत्या के किए जाने का दुष्प्रेरण करेगा वह मृत्युदंड या आजीवन कारावास या कारावास की सजा दी जाती है. हालांकि सजा की अवधि दस वर्ष से अधिक की नहीं होगी. 

सिंगापुर की है फ्री फायर कंपनी
बता दें कि फ्री फायर गेम सिंगापुर में बनाया गया है. फ्री फायर को बनाने वाली कंपनी 111 डॉट्स स्टूडियो सिंगापुर की एक कंपनी है. फ्री फायर को गरेना फ्री फायर और फ्री फायर बैटलग्राउंड के नाम से भी जाना जाता है. फिलहाल फॉरेस्ट ली फ्री फायर के फाउंडर हैं. एंड्रायड मोबाइल पर खेले जाने वाले इस खेल में खेल में पचास से अधिक खिलाड़ी होते हैं, जो दूसरे खिलाडिय़ों को मारने के लिए हथियारों और उपकरणों की तलाश में एक द्वीप पर पैराशूट से गिरते हैं. कुल मिलाकर यह पबजी का लाइट वर्जन माना जाता है.

ये था मामला
दरअसल छतरपुर में ऑनलाइन गेम में 40 हजार रुपए गंवाने पर 13 वर्षीय लड़के ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. जानकारी के मुताबिक मां ने इस गेम को खेलने से मना किया था, जिसके बाद कृष्णा ने सुसाइड कर लिया. हालांकि मरने से पहले लड़के ने सुसाइड नोट भी लिखा था.