हैदराबाद में कबाड़ के गोदाम में भीषण आग लग गई जिसमें  11 लोगों की मौत हो गई। 12 लोगों में से एक व्यक्ति बच गया।गांधी नगर एसएचओ मोहन राव ने बताया कि आग बुझाने के लिए डीआरएफ मौके पर पहुंची। आग लगने का कारण शॉक सर्किट हो सकता है। हम मामले की जांच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि मरने वाले सभी 11 लोग बिहार से है। मौके पर पहुंची पुलिस का कहना है कि अभी प्राथमिकता सबको बाहर निकालने की है। आग की वजह के बारे में क्या सटीक कारण रहे हैं उसके लिए जांच की जा रही है। 



दमकल और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिहार के रहने वाले श्रमिक घटना के समय यहां भोईगुड़ा में गोदाम के ऊपर बने एक कमरे में सो रहे थे।
उन्होंने बताया कि दमकल नियंत्रण कक्ष को तड़के करीब 3 बजकर 55 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली और करीब 7 बजे आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। उन्होंने बताया कि श्रमिक खुद को नहीं बचा सके क्योंकि वहां केवल एक ही सीढ़ी थी। हालांकि एक व्यक्ति कमरे से कूदकर बचने में सफल रहा।

दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार आग कबाड़ के गोदाम से शुरू हुई और ऊपर के कमरे में फैल गई। ऐसा प्रतीत होता है कि श्रमिकों ने भागने की कोशिश की, लेकिन सांस के साथ धुआं अंदर चले जाने के बाद वे बेहोश हो गए। उन्होंने कहा कि यह एक हृदय विदारक दृश्य था क्योंकि घटनास्थल पर शवों का ढेर लगा हुआ था।

पुलिस के एक अधिकारी ने को बताया कि मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही आग के कारणों का पता चलेगा।तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिवार को 5-5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। उन्होंने मुख्य सचिव सोमेश कुमार से कहा कि वे मृतकों के शवों को बिहार में उनके मूल स्थानों पर भेजने की व्यवस्था करें।घटनास्थल का दौरा करने वाले कुमार ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे।

भीषण आग में 11 मरे
पुलिस का कहना है कि कबाड़ के गोदाम में जैसे ही आग लगने की जानकारी सामने आई, मौके पर दमकल की गाड़ियां रवाना की गईं। लेकिन आग इतनी भीषण थी कि उसे बुझाने में समय लगा। आग बुझने के बाद दमकल कर्मी गोदाम में दाखिल हुए। कई शब बुरी तरह से जले हुए थे जिनकी शिनाख्त मुश्किल थी। लेकिन गोदाम के मालिक के पास मृतकों के दस्तावेज थे जिनके आधार पर मृतकों की पहचान की गई है।

बचाओ बचाओ की गुहार लेकिन कुछ कर ना सके
मौके पर जो चश्मदीद थे उनके मुताबिक आग इतनी भीषण थी कि किसी की हिम्मत घटना स्थल तक जाने की नहीं हो रही थी। आग लगने के कुछ मिनटों के बाद दमकल की गाड़ियां आ चुकी थीं। लेकिन आग बुझाने में ज्यादा समय लग गया। गोदाम में कबाड़ था लिहाज आग लगने और फैलने में समय नहीं लगा। यह कह पाना मुश्किल है कि आग लगने के पीछे की वजह क्या रही होगी। शॉर्ट सर्किट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है लेकिन इसके साथ ही धुम्रपान भी वजह हो सकती है। भीषण आग में फंसे लोग बचाओ बचाओ की गुहार लगा रहे थे। लेकिन उन तक पहुंच पाना मुमकिव नहीं था।