बुधवार को हैदराबाद के भोइगुडा इलाके में एक कबाड़ गोदाम में बुधवार तड़के भीषण आग लग गई। जिसमें 12 में से 11 श्रमिकों की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सभी मृतक मजदूर बिहार के रहने वाले हैं, जो यहां गोदाम के ऊपर बने एक कमरे में सो रहे थे। लेकिन आग लगने के कारण 11 श्रमिकों की मौत हो गई। साथ ही बताया कि एक व्यक्ति कमरे से बाहर कूदकर भागने में सफल रहा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता खुद को नहीं बचा सके क्योंकि केवल एक ही सीढ़ी थी।


दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उन्‍हें करीब सुबह 3.55 बजे फोन आया। जिसपर दमकल की आठ गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। उन्होंने बताया कि सुबह करीब सात बजे आग पर काबू पा लिया गया। साथ ही बताया कि आग कबाड़ के गोदाम से शुरू हुई और ऊपर के कमरे में फैल गई। ऐसा प्रतीत होता है कि श्रमिकों ने भागने की कोशिश की होगी , लेकिन घने धुएं में सांस न ले पाने के कारण जल्द ही बेहोश हो गए होगें। उन्होंने कहा कि यह एक दिल दहला देने वाला दृश्य था। शवों को पहचाना बहुत मुश्‍किल है क्‍यों कि वह सब एक ढेर में पाए गए थे।'

एक पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि मृतक की पहचान के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही आग के कारणों का पता चलेगा। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने आग में मरने वाले सभी श्रमिकों को 5 लाख रुपये मुआवजा के तौर पर देने की घोषणा की और श्रमिकों की मौत पर दुख व्यक्त किया । साथ ही उन्होंने मुख्य सचिव सोमेश कुमार से कहा कि वे शवों को बिहार में उनके मूल स्थानों पर भेजने की व्यवस्था करें। मौके का दौरा करने वाले कुमार ने कहा कि ऐसी घटनाओं को दोबारा रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे।