आज के समय में इंसान के लिए स्मार्टफोन जितने जरूरी हैं उतने ही नुकसानदायक भी। एक तरफ स्मार्टफोन हमारी सेहत के लिए हानिकारक हैं तो वहीं दूसरी तरफ ये हमारे पारिवारिक रिश्तों के लिए भी नुकसानदेह है। दरअसल, स्मार्टफोन के चलते एक कपल ने कोर्ट के दरवाजे पर अलग होने की दस्तक दी थी। हालांकि काउंसलिंग के बाद एक बार फिर यह कपल साथ रहने को तैयार हो गया है। हम आपको यह बात इसलिए बता रहे हैं क्योंकि कोर्ट ने इस कपल को बिल्कुल अनोखा फैसला सुनाया है। ऐसे में आपको भी इस बारे में पता होना जरूरी है। यह घटना भोपाल की है।

husband wife

पति-पत्नी को आपस में इस बात से होती थी परेशानी

रिपोर्टस के मुताबिक, पति को इस बात से परेशानी थी कि उसकी पत्नी दिनभर फोन का इस्तेमाल करती है। जबकि पत्नी ने बताया कि उसका पति खुद तो स्मार्टफोन इस्तेमाल करता है लेकिन उसे एक साधारण सा फीचर फोन दे रखा है। इसके अलावा उसके मायके से जो स्मार्टफोन मिला था उसे भी पति ने अपने पास रख लिया है। हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों की इस खींचतान में घर पर खाना बनना बंद हो गया और अलग होने के लिए मामला कोर्ट में चला गया।

कोर्ट ने सुनाया अनोखा फैसला

एक बार तो कोर्ट भी इन दोनों की बातें सुन कर हैरान रह गया। लेकिन कोर्ट ने बीच का रास्ता निकाला और आखिरकार दोनों के बीच सुलह हो गई। इसके अलावा भविष्य में फिर से ऐसी स्थित निर्मित न हो इसके लिए कोर्ट ने सात शर्तें भी लगा दीं। आइए बताते हैं कौन सी हैं वो सात शर्तें-

  • हर महीने पत्नी को पति से खर्च के रूप में दो हजार रुपये मिलेंगे, जिसका हिसाब पति कभी नहीं पूछेगा।
  • साल में दोनों को एक बार घूमने के लिए शहर से बाहर जाना होगा।
  • हर 15 दिन में वाइफ को एक बार कोई फिल्‍म दिखानी होगी।
  • महीने में एक बार होटल में दोनों को साथ खाने के लिए जाना होगा।
  • पत्‍नी के मायके में होने वाले फंक्‍शन पर और वहां के लोगों पर पति कोई टिप्‍पणी नहीं करेगा।
  • पति कभी भी पत्‍नी को मायके फोन करने से रोक नहीं सकता है।
  • और पत्नी जब घर का सारा काम खत्म कर लेगी तब ही मोबाइल फोन छुएगी।