रूस और यूक्रेन के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस युद्ध में कई भारतीय भी फंस गए हैं। युद्ध में फंसे भारतीय छात्रों को बचाने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की थी। इस ऑपरेशन के तहत यूक्रेन में फंसे कई भारतीय छात्रों को बचाकर बाहर लाया गया था। लेकिन अभी भी कई भारतीयों के यूक्रेन में फंसे होने की खबर मिली थी। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाई-लेवल मीटिंग बुलाई थी।



इस मीटिंग में भारतीयों को लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत सरकार के 4 मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का फैसला किया है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू, वी.के सिंह छात्रों की मदद के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे। इससे पहले भी खबर आई थी कि कई मंत्रियों को यूक्रेन में फंसे भारतीयों को बचाने के लिए भेजा जा सकता है। अब इस खबर पर मुहर लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ा फैसला लिया है।

1156 के करीब भारतीयों को बचाया गया-

विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने कहा कि यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय छात्रों की वापसी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक एक हजार से भी अधिक नागरिकों को यूक्रेन से निकाला जा चुका है। जानकारी के अनुसार, अब तक यूक्रेन से 1156 के करीब भारतीयों को रेस्क्यू किया गया है। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग ने भारतीय छात्रों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। यूक्रेन में 15 हजार से ज्यादा छात्र फंसे हुए हैं। हालांकि इन स्टूडेंट्स की वतन वापसी के लिए 'ऑपरेशन गंगा' जारी है।